अमेजन के जंगलों का विनाश (Amazon Rainforest) – UPSC

अमेजन के जंगलों का विनाश (Amazon Rainforest) – UPSC

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अमेजन जंगल (Amazon Rainforest) 21 लाख वर्गमील या 54.39 लाख वर्ग किलोमीटर के विस्तृत क्षेत्र में फैला हुआ दुनिया का एक समृद्धतम् जंगल है, जिसमें दुनिया की सबसे ज़्यादा जलसंचयन करनेवाली हजारों -लाखों नालों, उपनदियों, सहायक नदियों के समृद्धशाली परिवार के साथ जिसमें लाखों आश्चर्यजनक जीवों, वनस्पतियों, सरिसृपों, स्तनपाईयों, पक्षियों, तितलियों, कीटों आदि के परिवार को परिपोषित करती हुई करोड़ों साल से सतत बहती हुई, अमेजन नदी आबाद है। यह जंगल ब्राज़ील के 40 % क्षेत्र में फैला हुआ है। यह उत्तर में गयाना का उच्च पठार, पश्चिम में एंडीज पर्वत श्रेणी, दक्षिण में ब्राज़ील का मध्य पठार और पूर्व में अटलांटिक महासागर से घिरा हुआ है। ऐमज़ॉन नदी का बेसिन आठ देशों (ब्राजील, बोलीविया, पेरू, इक्वाडोर, कोलंबिया, वेनेजुएला, गुयाना और सूरीनाम) के साथ-साथ फ्रेंच गयाना के विदेशी क्षेत्र द्वारा साझा किया जाता है।

Amazon rainforest

अमेज़न जंगलों (Amazon Rainforest) के कुछ महत्त्व हैं-

  • पर्यावरण वैज्ञानिकों के अनुसार अमेजन के जंगल (Amazon Rainforest) प्रति वर्ष 140 अरब टन कार्बनडाई ऑक्साइड सोख कर ग्लोबल वार्मिंग से परेशान पृथ्वी को बहुत बड़ी राहत प्रदान करते हैं। (हालाँकि, एक हालिया रिपोर्ट के मुताबिक, भारी-भरकम वनों की कटाई के कारण ये जंगल अब कार्बन सिंक से कार्बन के स्त्रोत में परिवर्तित हो रहे हैं। इसका एक और कारण है, जंगलों में लगने वाली आग। 2013 से अब तक इन जंगलों में आग की दर दोगुनी हो चुकी है)
  • 6900 किलोमीटर क्षेत्र में बहने वाली अमेजन नदी अपने 2500 मछलियों की प्रजातियों के साथ दुनिया की 20 प्रतिशत मीठा पानी इस घाटी में समेटे हुए है।
  • वानस्पतिक और जैविक रूप से यह इलाका इतना समृद्ध है कि यहाँँ 1500 किस्म की चिड़ियों, 500 किस्म के स्तनधारी जीवों,550 किस्म के सरिसृपों,30 हजार किस्मों के वृक्षों का बसेरा है, जबकि पिछले 20 सालों में इस जंगल में 22 सौ किस्मों के नये पौधे वैज्ञानिकों ने ढूंढ निकाला है ।
  • 30 मिलियन लोगों के जीवन वयन का साधन हैं।

वर्ष 2004 से 2012 तक वहाँ के पेड़ों के कटने की दर बहुत ही कम थी। वर्ष 2020 के प्रारम्भिक केवल 4 महीनों में अमेजन के जंगलों का 1202 वर्ग किलोमीटर का हिस्सा निर्दयतापूर्वक उजाड़ दिया गया। । वर्ल्ड वाइल्ड लाइफ फण्ड के अनुसार भी 2030 तक अमेजन के जंगलों का 27 प्रतिशत भाग तक निश्चित रूप से नष्ट हो सकता है। इन जंगलों के इतनी भारी संख्या में बर्बाद होने से उसमें रह रहे भारी संख्या में कीट-पतंगों, रेप्टाइल्स, जलीय जीवों और स्तनधारी जीवों का भी मर-खप जाना निश्चित है। यही नहीं, अमेज़ॅन वर्षावन का 40% हिस्सा सवाना बनने के टिपिंग पॉइंट पर है।

इस कुकृत्य से पहले से ही ऑक्सीजन की भयंकरतम् कमी से बुरी तरह जूझ रही ये दुनिया और अधिक व भयावह ऑक्सीजन की कमी और वर्षा में दीर्घकालिक कमी से त्रस्त हो जाएगी । इसके फलस्वरूप कॉर्बन डाईऑक्साइड जैसी गैस की तेजी से अभिवृद्धि होने से उच्च पर्वत शिखरों पर लाखों-करोड़ों सालों से सदानीरा, जीवनदायिनी, आविरल, स्वच्छ जल की श्रोत नदियों के उद्गम स्थल दुग्धधवल लाखों ग्लेशियरों का तेजी से पिघलना शुरू हो जाएगा, जिससे पहाड़ों से निकलने वाली हजारों नदियाँ पहले नालों में परिवर्तित होने लगेंगी और एक दिन अंततः सूख जाने को अभिशापित होकर मृत होकर रह जाएंगी।

यूरोपियन यूनियन अर्थ ऑब्जर्वेशन प्रोग्राम के सेटेलाइट और विभिन्न समाचार माध्यमों से प्राप्त सूचनाओं के अनुसार अमेजन के इन जंगलों (Amazon Rainforest) के बहुत बड़े विस्तृत क्षेत्र में पिछले साल पिछले दो हफ्ते या महीनों तक भयावह आग लगी रही इस आग की भयंकर लपटें 2700 किलोमीटर दूर से दिखाई दे रहीं थीं, जिस पर बहुत दिनों तक काबू नहीं पाया जा सका था।

दुनिया के समूचे वनक्षेत्र के एक तिहाई क्षेत्रफल यानी लगभग 54.39 लाख वर्ग किलोमीटर के विस्तृत क्षेत्र में फैले इस जंगल की आग की भयावहता का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि घटनास्थल से 3200 किलोमीटर दूरस्थ ब्राजीलियन शहर साओ पाउला और उसके आसपास के 45 लाख वर्ग किलोमीटर के क्षेत्र में इतना काला धुँआ भर गया था कि वहाँ दिन में भी सूरज नहीं दिखाई दे पा रहा था ।

NOTE- अमेजन के जंगलों (Amazon Rainforest) में पेरू की सीमा के नजदीक वर्ष 2012 में केवल 1 किलोमीटर लम्बी एक ऐसी नदी की खोज की गई है, जिसका जल 80 डिग्री सेल्सियस के तापमान पर हमेशा उबलता रहता है। इस आश्चर्यजनक नदी की खोज सुप्रसिद्ध भूवैज्ञानिक आंद्रे रूजो ने किया था। इसका पानी इतना ज्यादा गर्म है कि उससे आसानी से हम चाय बना सकते हैं। अगर कोई जीवधारी इसमें गिर जाय तो उसकी तुरंत मौत हो जाती है।