SMILE Scheme/स्माइल- आजीविका और उद्यम के लिये सीमांत व्यक्तियों हेतु समर्थन

SMILE Scheme/स्माइल- आजीविका और उद्यम के लिये सीमांत व्यक्तियों हेतु समर्थन

इस लेख में आप पढ़ेंगे : SMILE scheme/स्माइल योजना- आजीविका और उद्यम के लिये सीमांत व्यक्तियों हेतु समर्थन

SMILE scheme का अर्थ है “आजीविका और उद्यम के लिये हाशिए पर रहने वाले व्यक्तियों हेतु सहायता” (SMILE- Support for Marginalized Individuals for Livelihood and Enterprise)। यह योजना सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्रालय द्वारा तैयार की गई है। 

योजना के तहत मुख्य ध्यान भिक्षावृत्ति के कार्य में लिप्त व्यक्तियों और ट्रांसजेंडर व्यक्तियों के पुनर्वास, चिकित्सा सुविधाओं का प्रावधान, परामर्श, बुनियादी दस्तावेज, शिक्षा, कौशल विकास, आर्थिक संबंध आदि पर केंद्रित किया गया है। SMILE scheme के अंतर्गत दो उपयोजनाएँ सम्मिलित हैं :

  • ट्रांसजेंडर व्यक्तियों के कल्याण और व्यापक पुनर्वास‘ के लिए केंद्रीय क्षेत्र की योजना (Central sector scheme)।
  • भिखारियों के व्यापक पुनर्वास के लिये योजना’ (Comprehensive Rehabilitation of persons engaged in the act of Begging)

इस प्रकार की योजनाओं की आवश्यकता भारत में भिक्षावृत्ति की गंभीर स्थिति से महसूस होती है। 2011 की जनगणना के अनुसार, भारत में भिखारियों की संख्या 4,13,670 है-

  1. राज्यों में, इस सूची में, पश्चिम बंगाल शीर्ष स्थान पर है, उसके बाद क्रमश: दूसरे और तीसरे नंबर पर उत्तर प्रदेश और बिहार का स्थान आते है। वहीँ लक्षद्वीप में भिखारियों की संख्या मुश्किल से मात्र दो है।
  2. केंद्रशासित प्रदेशों में, भिखारियों की सर्वाधिक संख्या नई दिल्ली में थी, और सबसे कम चंडीगढ़ में।
  3. पूर्वोत्तर राज्यों में, असम इस सूची में सबसे ऊपर है, जबकि मिज़ोरम निचले स्थान पर है।

भारतीय  समाज के समग्र विकास के लिए सरकार के लिए यह महत्वपूर्ण है कि वह भारतीय आबादी के इस हाशिए पर पड़े तबके के लिए इस तरह की सकारात्मक कार्रवाई करती रहे।